
बरसात के मौसम में छत पर पानी का भराव होने से घरों में सीलन की समस्या होने लगती है. जिससे घर का फर्नीचर खराब होने का खतरा बना रहता है. बाढ़ और बारिश से घरों की दीवारें तक गिर जाती हैं. इतना ही नहीं बाढ़ और बारिश की पानी में कई जगहें कारें तक डूब जाती हैं और खराब हो जाती हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आपका इंश्योरेंस प्लान बरसात से होने वाले नुकसानों की भरपाई करेगा या नहीं? हम आपको बता दें कि बीमा कंपनियां इन सारे नुकसानों को कवर करती हैं और हमें बरसात से होने वाले नुकसानों से राहत देती हैं. आइए जानते हैं, बरसात में होने वाले किन-किन नुकसानों की पूर्ति बीमा कंपनियां करती हैं.
बारिश से बचाएंगे ये 3 स्मार्ट होम इंश्योरेंस राइडर्स
1. Seepage Rider
मॉनसून में अगर घर की दीवारें नम हो जाएं, पेंट झड़ने लगे और कोनों में फफूंदी जम जाए, तो ज्यादातर बीमा कंपनियां इसे सामान्य घिसा वट कहकर क्लेम खारिज कर देती हैं लेकिन Seepage Rider आपके घर की हिफाजत की गांरटी बन सकता है. यह राइडर उन नुकसानों को कवर करता है जो धीरे-धीरे सीलन के कारण होती हैं.
2. Contents Insurance
ज्यादा बारिश से घर के अंदर पानी आ जाता है, जिससे घर में रखा कीमती सामान भी सुरक्षित नहीं रह पाता. पानी भरने और सीलन के कारण अगर आपके TV, AC, वॉशिंग मशीन, फर्नीचर और तो और कपडे़ भी खराब हो जाएं, तो आमतौर पर लोग समझते हैं कि ये नुकसान इंश्योरेंस के दायरे में नहीं आता लेकिन अगर आपकी होम इंश्योरेंस पॉलिसी में Contents Insurance ऐड-ऑन शामिल है, तो ये सब चीजें भी कवर होती हैं. यानी मॉनसून की मार से आपका बजट नहीं बिगड़ेगा, क्योंकि बीमा कंपनी इनका क्लेम देती है.
3. Temporary Relocation Cover
मान लीजिए बारिश इतनी जोरदार हुई कि आपके घर में पानी भर गया हो और वहां रहना मुश्किल हो गया हो, तो ऐसे हालात में Temporary Relocation Cover आपकी मदद करता है. यह बीमा कवर होटल और किराए के घर में रहने का खर्च उठाता है. जब तक आपका घर दोबारा रहने लायक न बन जाए. खासकर यह सुविधा उन इलाकों के लोगों के लिए है, जहां हर साल बाढ़ और जलभराव होता है, वहां यह कवर बेहद जरूरी हो जाता है. हालांकि यह सामान्य बीमा प्लान का हिस्सा नहीं होता, बल्कि इसे ऐड-ऑन के तौर पर पॉलिसी में शामिल करना पड़ता है. इसलिए अगर आप बाढ़ और भारी बारिश वाले क्षेत्र में रहते हैं, तो समय रहते अपनी पॉलिसी में यह सुरक्षा जोड़ लें.
ये 4 इंशयोरेंस ऐड-ऑन बरसात में आपकी गाड़ी को होने वाले नुकसानों से बचाएंगे
1. Engine Protection Cover
बारिश के पानी में फंसने पर अगर आपकी कार का इंजन ठप पड़ जाए, तो समझ लीजिए हजारों का बिल तैयार है. Hydrostatic Lock यानी जब इंजन में पानी घुस जाए और स्टार्ट ही ना हो, तो इस कंडीशन में सामान्य इंश्योरेंस पॉलिसी में यह कवर नहीं होता लेकिन Engine Protection Cover एक्टिव हो, तो पूरा रिपेयर बिल बीमा कंपनी उठाएगी. यदि यह इंश्योरेंस ऐड-ऑन नहीं है तो बारिश के बाद कार का इंजन ठीक करवाना आपकी जेब पर बड़ा बोझ डाल सकता है.
2. Zero Depreciation Cover
मान लीजिए आपकी 5 साल पुरानी कार बाढ़ में फंस गई और किसी हादसे में उसके पार्ट्स को बदलने की जरूरत पड़ी. अब आमतौर पर बीमा कंपनी कहती है कि कार पुरानी है, पार्ट्स की वैल्यू घट गई है और क्लेम की रकम काटकर देती है. यदि आपकी पॉलिसी में Zero Depeciation Cover शामिल है, तो आपको पूरी कीमत मिलती है, बिना किसी कटौती के, यह कवर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है, जो चाहते हैं कि कार चाहे जितनी भी पुरानी हो, उन्हें मरम्मत और पार्ट्स बदलने पर पूरी भरपाई मिले.
3. Consumables Cover
बारिश में कीचड़ में चलने के बाद जब गाड़ी सर्विसिंग में जाती है, तो बिल देख कर होश उड़ जाते है. जब इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लूड, नट-बोल्ट और ग्रीस जैसे छोटे-छोटे सामानों का खर्च जुड़ जाता है. जो सामान्य इंश्योरेंस में शामिल नहीं होता. लेकिन Consumables Cover इन ही छुपे हुए खर्चों का समाधान है. Consumables Cover पॉलिसी को ऐड-ऑन करने से हमें इन छोटे-छोटे खर्चों को सर्विसिंग के समय खर्च नहीं करना पड़ता है. ये सब Consumables Cover के द्वारा होता है.
4. Roadside Assistance Cover
बारिश के मौसम में कभी-कभी गाड़ी अचानक बीच रास्ते में बंद हो जाती है. तब न आसपास कोई मिस्त्री न मदद का इंतजाम. ऐसे समय में Roadside Assistance Cover आपकी सबसे बड़ी राहत बन सकता है. एक कॉल पर कंपनी आपकी लोकेशन पर टोइंग वैन भेजती है, बैटरी जंप-स्टार्ट करती है और जरूरी ऑन-साइट रिपेयर कराती है. मॉनसून में भरोसा मौसम पर नहीं बल्कि इस ऐड-ऑन पर करना चाहिए.
(ये स्टोरी पूजा कदम ने लिखी है. पूजा जीएनटी डिजिटल में बतौर इंटर्न काम करती हैं.)